Sunday, March 7, 2021

राग - द्वेष से लिप्त कर्म किसी का कल्याण नहीं करते - नया पॉडकास्ट सुनें

 भगवान ने गीता में समभाव /समता को ही योग कहा है यदि हम समान भाव या पक्षपात रहित होकर अपने कर्तव्य कर्म करते हैं तब ऐसे कर्म बंधन कारक नहीं होते कर्मों में राग द्वेष रखना ही पाप की श्रेणी में आता है इस विषय पर आधारित मेरा नया पॉडकास्ट सुनें ।धन्यवाद 

 

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राग - द्वेष से लिप्त कर्म किसी का कल्याण नहीं करते

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